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Synonyms of karbur
कर्बुर के पर्यायवाची शब्द
- 
                                
                                    अंध
                                        
जिसे दिखाई न देता हो, नेत्रहीन , बिना आँख का , अंधा , जिसकी आँखों में ज्योति न हो , जिसमें देखने की शक्ति न हो
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                                    अंबु
                                        
आम, रसाल
 - 
                                
                                    अंभ
                                        
जल, पानी
 - 
                                
                                    अकुप्य
                                        
अच्छी धातु
 - 
                                
                                    अग्नि
                                        
जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप
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                                    अग्निबीज
                                        
सोना
 - 
                                
                                    अदेव
                                        
वह जो देवता न हो
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                                    अधोगति
                                        
पतन
 - 
                                
                                    अभ्रक
                                        
अबरक, एक खनिज पदार्थ
 - 
                                
                                    अभ्रपुष्प
                                        
बेंत, बेंत का डंठल जिसका उपयोग छड़ी के रूप में किया जाता है
 - 
                                
                                    अमृत
                                        
अमृत, दारमा की भोटिया जाति के विश्वास के अनुसार सूत्रधार निर्देशन करने वाला व्यक्ति
 - 
                                
                                    अर्जुन
                                        
कहुआ, एक वृक्ष
 - 
                                
                                    अर्ण
                                        
वर्ण , अक्षर
 - 
                                
                                    असुर
                                        
नीचकर्मा
 - 
                                
                                    आप
                                        
अपने ऊपर घटी या झेली घटना, अनुभूत घटना या बात
 - 
                                
                                    इरा
                                        
गुस्सा, अभिमान, स्वाभिमान
 - 
                                
                                    उज्ज्वल
                                        
चमकीला , प्रकाशमान , प्रदीप्त , कांतिमान , सुन्दर
 - 
                                
                                    ऊर्ध्व
                                        
ऊपर की ओर , ऊपर
 - 
                                
                                    ऋक्थ
                                        
धन, सुवर्ण, सोना
 - 
                                
                                    ऋत
                                        
उंछवृत्ति
 - 
                                
                                    ओज
                                        
कृपणता, किफायतदारी, कार्पण्य, जैसे, —वह बहुत ओज से खर्च करता है
 - 
                                
                                    क
                                        
नागरी वर्णमाला का प्रथम व्यंजन
 - 
                                
                                    कंचन
                                        
सोना, स्वर्ण
 - 
                                
                                    कंबल
                                        
कंबल (भेड़ की ऊन का बना मोटा कपड़ा)
 - 
                                
                                    कनक
                                        
एक बहुमूल्य पीली धातु जिसके गहने आदि बनते हैं , सोना , सुवर्ण , स्वर्ण
 - 
                                
                                    कबंध
                                        
पीपा , कंडल
 - 
                                
                                    कर्चूर
                                        
सोना, सुवर्ण
 - 
                                
                                    कलधौत
                                        
सोना
 - 
                                
                                    कल्माष
                                        
चितकबरा रंग
 - 
                                
                                    कश
                                        
चाबुक
 - 
                                
                                    कांचन
                                        
एक बहुमूल्य पीली धातु जिसके गहने आदि बनते हैं, सोना, स्वर्ण
 - 
                                
                                    कांड
                                        
बाँस, नरकट या ईख आदि का वह अंश जो दो गाँठो के बीच में हो, पोर, गाँडा, गेंडा
 - 
                                
                                    कांति
                                        
पति, शौहर
 - 
                                
                                    कीलाल
                                        
अमृत , जल
 - 
                                
                                    कुंदन
                                        
बहुत अच्छे और साफ़ सोने का पतला पत्तर जिसकी सहायता से गहनों में नगीने जड़े जाते हैं
 - 
                                
                                    कुलीन
                                        
अच्छे वंश का, खानदानी
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                                    कुलीनस
                                        
पानी, जल, वारी
 - 
                                
                                    कुश
                                        
कड़ी और नुकीली पत्तियों वाली एक प्रसिद्ध घास जिसकी पत्तियाँ हिंदुओं की पूजा, यज्ञ आदि में काम आती हैं; दर्भ, काँस की तरह की एक पवित्र और प्रसिद्ध घास , डाभ , दर्भ
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                                    कृत्स्न
                                        
संपूर्ण, सब, पूरा
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                                    कृशन
                                        
मुक्ता, मोती
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                                    कौणप
                                        
मृत शरीर खानेवाला, राक्षस
 - 
                                
                                    क्षत्र
                                        
बल
 - 
                                
                                    क्षपाट
                                        
राक्षस
 - 
                                
                                    क्षर
                                        
जिसका क्षरण होता हो या होने को हो, नाशवान्, नश्वर, नष्ट होनेवाला
 - 
                                
                                    क्षीर
                                        
दूध
 - 
                                
                                    क्षोद
                                        
चूर्ण, बुकनी, सफूफ
 - 
                                
                                    गांगेय
                                        
गंगा से उत्पन्न होने के कारण भीष्म पितामह का एक नाम
 - 
                                
                                    गैरिक
                                        
गेरुए रंग का
 - 
                                
                                    गो
                                        
गाय।
 - 
                                
                                    घन
                                        
घना, पास सटी हुई वस्तुए जैसे पेड़-पौधे तथा यारी-दोस्ती
 
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