मुहावरा
लक्षण या व्यंजना द्वारा सिद्ध वाक्य या प्रयोग जो किसी एक ही बोली या लिखी जानेवाली भाषा में प्रचलित हो और जिसका अर्थ प्रत्यक्ष (अभिधेय) अर्थ से विलक्षण हो, रूढ़ लाक्षणिक प्रयोग, किसी एक भाषा में दिखाई पड़नेवाली असाधारण शब्दयोजना अथवा प्रयोग, जैसे,—'लाठी खाना' मुहावरा है; क्योंकि इसमें 'खाना' शब्द अपने साधारण अर्थ में नहीं आया है, लाक्षणिक अर्थ में आया है, लाठी खाने को चीज नहीं है, पर बोलचाल में 'लाठी खाना' का अर्थ 'लाठी का प्रहार सहना' लिया जाता है, इसी प्रकार 'गुल खिलाना' 'घर करना', 'चमड़ा खींचना', 'चिकनी चुपड़ी बातें' आदि मुहावरे के अंतर्गत हैं, कुछ लोग इसे 'रोजमर्रा' या 'बोलचाल' भी कहते हैं