मांडूक्य के तुकांत शब्द

श्रेणी : 1

अंक्य अंग्य अग्र्य अघ्न्य अंत्य अंन्य अर्घ्य अर्थ्य अर्प्य अर्ह्य अंश्य अंस्य आज्य आत्म्य आद्य आंध्य आप्य आर्घ्य आर्य आंश्य आस्य ईर्ष्य उत्स्य उल्ब्य ओक्य ओठ्य औत्क्य औष्म्य कक्ष्या कंठ्य केन्या क्रेंय क्रौर्य क्लैब्य केश्य कैश्य क्षेण्य क्षेप्य क्षपांध्य क्षेम्य क्षैष्य काट्य कात्य काप्य काम्य कार्ण्य कार्य कार्श्य काल्य काव्य काश्य कांस्य कोज्या कोंठ्य कौंठ्य खाद्य गंज्य ग्राम्य ग्राह्य गेह्य गांग्य गोप्य गौल्य घूर्ण्य चैत्य चैद्य चर्व्य चूष्य चार्य चिंत्य चित्र्य चोज्य चोण्य चोद्य छेद्य जेन्य जात्य जाल्य जीव्य जोंक्य जोग्य जोष्य ठांय तक्ष्ण्य तुग्र्य तर्क्य तर्क्ष्य तांड्य तार्प्य तार्य तीर्थ्य तोल्य दृग्ज्या दंड्य दंत्य दूत्य दैत्य दैन्य दैर्घ्य दैर्ध्य द्रौह्य दैव्य द्वेष्य द्वीप्य दूश्य देश्य दैह्य दाक्ष्य दाल्भ्य दास्य दाह्य दित्स्य दोह्य दौर्ग्य धर्म्य धैर्य ध्वंस्य धान्य धिष्ट्य धौंक्य धौर्त्य नैत्य नेत्र्य नेश्य नाद्य नाभ्य निंद्य पक्ष्य पूज्य पुत्र्य पैत्र्य पैन्य प्रकल्प्य प्रेक्ष्य प्रकार्य प्रकास्य प्रणाय्य प्रेत्य प्रतर्क्य प्रतीच्य प्रतीत्य पूर्य प्रयोग्य प्रवास्य प्रशंस्य प्रेष्य प्रैष्य प्रहाय्य प्राग्य प्राच्य प्राज्य प्रार्थ्य प्राश्य प्लाव्य पाक्य पाठ्य पांड्य पाण्य पाथ्य पाद्य पार्य पाल्य पाश्या पित्र्य पोत्या पोष्य पौण्य पौष्य बेध्य बन्ध्या ब्रह्मज्ञ ब्रात्य बेस्या बाध्य बाल्य बाह्य बिंग्य बीज्य बोद्ध्य भक्ष्य भंग्य भेद्य भैंय भर्ग्य भ्रात्र्य भाग्य भाज्य भार्य भाव्य भाष्य भास्य भोग्य भोज्य भोंय भौज्य भौम्य मैग्य मेघ्य मंच्य मैत्र्य मत्स्य मंथ्य मेद्य मर्त्य मूल्य माघ्य मांड्या मात्स्य मांद्य माध्य मान्य मार्ग्य मार्त्य माष्य मोक्ष्य मोंय मौक्य मौख्य मौर्ख्य मौर्य येत्य याप्य याम्य योग्य योज्य रेच्य रेत्य रैत्य राज्य राम्या रास्य रोक्य रोप्य रौंय रौष्य लक्ष्य लेख्य लंघ्य लंध्य लेश्य लेह्य लाभ्य लास्या लोभ्य लोह्य लौक्य लौल्य वंक्य वंच्य वंद्य वेद्य वैद्य वंध्य वेध्य वैंध्य वध्र्य वेन्य वैन्य वैम्य व्यंग्य व्यपोह्य व्याघ्य व्याध्य व्याप्य वर्ग्य वर्ज्य वैर्ध्य व्रात्य वंश्य वेश्य वृष्ण्य वस्त्य वाक्या वाग्य वाच्य वाट्य वात्या वाद्य वाप्य वाम्य वार्य वास्य वीक्ष्य वीज्य वीर्य शंक्य शैक्य शैक्ष्य शैख्य शून्य शैब्य श्रेण्य शूर्य श्रवाप्य शूल्य शैल्य श्लोक्य श्वैत्य श्वैत्र्य शैव्य श्वयूथ्य श्वस्त्य शैश्न्य शेष्य शंस्य शाक्य शांख्य शाठ्य शाम्य शास्य शीघ्य शीघ्र्य शीत्य शीभ्य शीर्य शोध्य शोष्य शौक्ल्य षट्ज्य षांड्य स्कंध्य सैक्य संख्य संज्ञ सूत्त्य संत्य सूत्य सैत्य स्तवेय्य स्थैर्य स्थाप्य स्थौल्य संध्य स्नैग्ध्य सन्न्य+ सून्य सैन्य सूप्य सेभ्य स्मार्य स्यौल्य सर्ज्य सूर्य सैर्य सेर्ष्य स्राम्य स्राव्य स्वकार्य स्वजात्य स्वेद्य सेव्य सैव्य स्वरैक्य स्वर्ग्य स्ववैर्द्य स्ववंश्य स्वाद्य साक्ष्य सांख्य साग्य सात्म्य साद्य साध्य सांध्य साम्य सार्प्य सार्य साह्य सिक्ष्य सीत्य सीद्य सौत्य सौम्य सौर्य ह्यस्त्य ह्वार्य हस्त्य हार्य हास्य हिंस्य होम्य

श्रेणी : 2

अकंप्य अकर्ण्य अकाट्य अकाल्य अखंड्य अगस्त्य अगाध्य अगोप्य अगोह्य अचिंत्य अजीज्ञ अजोग्य अजोन्य अदंड्य अदंत्य अदैन्य अदांय अधैर्य अनंत्य अनूद्य अनाप्त्य अनाप्य अनार्य अनिंद्य अपूप्य अपहास्य अपाठ्य अपित्र्य अपीच्य अबंध्य अबर्न्य अबाध्य अबाह्य अबिंध्य अबोध्य अभक्ष्य अभेद्य अभाग्य अभार्य अभाष्य अभोग्य अभोज्य अमंच्य अमेध्य अमर्त्य अमान्य अमार्ज्य अयाच्य अयाज्य अयास्य अयोग्य अयोध्या अराध्य अरोग्य अलेख्य अलंघ्य अलंध्य अलास्य अलोक्य अवंत्य अवेद्य अवैद्य अवेध्य अवर्ण्य अवाच्य अवाध्य अवाह्य अविंद्य अवीर्य अशून्य अशाम्य अशोच्य अशौर्य असैन्य असहाय्य असाक्ष्य असात्म्य असाध्य असौख्य असौम्य इभाख्य ईक्ष्य उदंत्य उदीच्य उपहार्य उपांत्य ऊर्म्य कुकाव्य कुधान्य कुपाच्य कपीज्य कुरूप्य कुराज्य कुवाक्य कुवाच्य क्षणमूल्य गणमान्य गणराज्य गुणाढ्य गदाख्य गवाख्य चिकीर्ष्य तृणधान्य तृणहर्म्य तृणाढ्य तमोऽन्त्य त्रिलोक्य त्रिसंध्य तिलोंय दुलंध्य द्विजाग्र्य द्विपाद्य द्विपास्य द्विसीत्य दशास्य धुलर्घ्य निकोश्य निर्णाह्य निरूप्य निराक्ष्य निवान्या निवीर्य निशाख्या निशीथ्या निषेव्य पदांत्य पदार्घ्य पदार्ध्य प्रकाश्य प्रयोज्य प्रलेप्य प्रवेश्य प्रवाच्य परार्ध्य प्रियाख्य परीज्य फलाढ्य भयाच्य मदाढ्य महाढ्य महात्म्य महार्घ्य यथार्थ्य रणतूर्य रणवाद्य रसाग्य रसाढ्य ललोंय लिड़ोंय वृकास्य वदान्य व्यपाश्रय वहार्य विचिंत्य विडंब्य वितर्क्य विदर्व्य विपाद्य विभाज्य वियोज्य विरेच्य विरोघ्य विलक्ष्य विलंघ्य विलेप्य विलोक्य विवास्य विवाह्य विशंक्य विशेष्य विशोध्य विषास्य शुचीर्य सकार्य सुखोद्य सगर्भ्य सगर्म्य सजात्य स्तुवेय्य स्तुषेण्य स्तुषेय्य सतीर्थ्य सुधूम्य सनाभ्य सुपाच्य सुभाग्य सभाज्य सभार्य समैक्य समुद्र्य सुमेध्य समर्थ्य समूह्य सुमाल्य सयूथ्य सुयोग्य सुरेज्य सुराग्य सुराज्य सुलक्ष्य स्वराज्य सवीर्य सुवीर्य सुशास्य ससंध्य ससैन्य सुहस्त्य संहात्य सहान्य सहाय्य संहार्य सिताख्य सिंहाढ्य सिंहास्य हयास्य

श्रेणी : 3

अग्निकार्य अग्निमांद्य अग्निवीर्य अग्रवाण्य अंगलोड्य अंतःसंज्ञ अंतरैक्य अन्यतस्त्य अप्रकाश्य अप्रतर्क्य अप्रवेश्य अर्चिमाल्य अर्थकार्य अल्पभाग्य अल्पमूल्य अल्पसंख्य अश्ववैद्य आच्छाद्य आतिरेक्य आदिकाव्य आदिदैत्य आनुकूल्य आनुपूर्व्य आनुरूप्य आनुवेश्य आप्तवाक्य आपवर्ग्य आभिजात्य आंयबांय आशुकाव्य आश्वास्य इंद्रेज्य उक्तवाक्य उग्रवीर्य एकवाक्य औत्कंठ्य औत्कर्ष्य औपकार्य औपधर्म्य औपवाह्य कूटकाव्य कूटलेख्य केतुवीर्य कर्मवाच्य क्षीणवीर्य कामवीर्य कार्कलास्य कार्तवीर्य कालबाह्य कालसूर्य काश्मीर्य कीकसास्य खंडकाव्य गंधतूर्य गंधमाल्य गेयकाव्य ग्रामचैत्य ग्रामप्रेष्य ग्रीष्मधान्य गांभार्य गांभीर्य गार्हस्थ्य गीतकाव्य गीत्यार्या गीतिकाव्य चक्रसंज्ञ चंद्रवंश्य चंपुकाव्य चांद्राख्य चित्रभाष्य चित्रवीर्य चिल्लभक्ष्या छान्दोग्य छिन्नधान्य छिन्ननास्य ज्ञानशून्य जीवसंज्ञ तुच्छधान्य तेजनाख्य तत्वशून्य तंतुवाद्य तैलधान्य तालवाद्य दक्षिणात्य दुग्धपोष्य दंडमत्स्य दैत्येज्य दुर्निरीक्ष्य दुर्निवार्य दुर्निवार्य्य दूर्वाद्य दुर्विगाह्य दुर्विभाव्य देवकार्य देवधान्य देवपूज्य देवभोज्य देवराज्य द्वादशाख्य दृश्यकाव्य दृष्टिमांद्य दुष्प्राप्य दाक्षाय्य दिव्यवाक्य दीर्घास्य दौर्भाग्य दौश्चर्म्य ध्यानसाध्य धर्मबाह्य धातुसाम्य नंदितूर्य नैष्कर्म्य निर्ग्राह्य निष्क्राम्य निष्प्रयोज्य नीचभोज्य पंचमास्य पंचवाद्य पूजपूज्य पूतधान्य पुत्रकार्य प्रेतकार्य प्रबन्धकाव्य प्रर्तिपाल्य पूर्वयाम्य प्रातिपक्ष्य प्रातिभाव्य प्रातिलोम्य प्रातिवेश्य प्रातिशाख्य प्रातिहार्य प्राव्राज्य पृष्ठवाह्य पुष्पशून्य पाणिदाक्ष्य पापलोक्य पारहंस्य पारिणाय्य पारिभाव्य पारिमाण्य पारिमाष्य पारिवेत्र्य पारिसीर्य पारिहार्य पारिहास्य पालकाप्य पाश्चात्य पिंडपाद्य पितृकार्य पौर्णमास्य ब्रह्मदैत्य बालभोज्य बालवाह्य बाहुरूप्य बीजधान्य बीजशून्य बोजधान्य भक्ततूर्य भक्तराज्य भक्तिकाव्य भूरिभाग्य भारशून्य भावग्राह्य भावलेश्य भाववाच्य भावशून्य मुक्तकाव्य मक्षवीर्य मुंडधान्य मृत्युतूर्य मंदभाग्य मंदवीर्य मल्लतूर्य मल्लिकाख्य मुष्कशून्य मांदार्य माध्यस्थ्य मार्गहर्म्य मिश्रधान्य यूपलक्ष्य यामतूर्य रक्तमत्स्य रक्तशून्य राजधान्य राजपूज्य राजभोग्य राजमाष्य राजवैद्य राजवंश्य राजवाह्य राथकार्य रामराज्य रोगशून्य लब्धलक्ष्य लांगलाख्य लोकनाट्य लोकबाह्य लोकशून्य वैत्तपाल्य वृत्तिसाम्य वृत्रतूर्य वैतृष्ण्य वेदबाह्य वृंदवाद्य वैपरीत्य वैभ्राज्य व्याघ्रास्य व्यात्तास्य वरपर्णाख्य वंशधान्य वंशभोज्य वैश्वदेव्य वैश्वरूप्य वैश्वस्त्य वस्तुशून्य वह्निभोग्य वाजगंध्य वातशून्य वामदेव्य वार्द्धंक्य वारवास्य वारिसाम्य वासुपूज्य वित्तशाठ्य विप्रमोच्य विवृतास्य विश्वकार्य विश्वकाव्य विश्वपूज्य विश्वराज्य वीजधान्य वीरमत्स्य वीरवाक्य वीरसैन्य शूकधान्य शूकपाक्य शृंगवाद्य शुद्धवंश्य श्रव्यकाव्य श्राधिराज्य शुष्कमत्स्य शस्त्रवैद्य शाकभक्ष्य शाकयोग्य शालिधान्य शीतदीप्य शीतवीर्य शोधकार्य शौंडीर्य षाङ्गाण्य स्कंधवाह्य संग्राह्य सूच्यास्य सूचिभेद्य सत्यवाक्य संत्याज्य स्थूललक्ष्य स्थौललक्ष्य सुध्युपास्य सप्तधान्य सप्तबाह्य सुप्तवाक्य संप्रकाश्य स्पर्शवेद्य संप्रेष्य संप्रसाद्य सूयवंश्य सर्वकाम्य सर्वदेश्य सर्वभक्ष्य सर्वभोग्य सर्वमूल्य सर्वशून्य स्वर्जिकाद्य स्वस्तिवाच्य स्वाच्छंद्य स्वामिकार्य संविभाव्य संश्राव्य संस्कार्य संस्त्राव्य संस्ताव्य संस्थाप्य संस्राव्य सहचराद्य तैल संहताख्य सांकेत्य सांकाश्य सानुकूल्य सांभाष्य साम्राज्य सामसाध्य सारधान्य सार्वकाम्य सार्ववैद्य सारशून्य सिद्धियोग्य सिध्दकार्य सोद्देश्य सोमराज्य सोमवंश्य सोमवीर्य सौकुमार्य हेमधान्य ह्रस्वजात्य हस्तकार्य हस्तप्राप्य हस्तवेश्य हस्तिकक्ष्य हीनवीर्य हौम्यधान्य

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा